महाविद्यालय के स्थापना वर्ष 15.08.1989 से ही स्नातक स्तर पर आधार पाठयक्रम के रूप में हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य विषय का अध्ययन प्रारंभ किया गया । वर्ष 2013 - 2014 से स्नातकोत्तर स्तर पर हिंदी साहित्य का अध्यापन सेमेस्टर प्रणाली से स्ववित्तीय योजना के अन्तर्गत कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है । वर्ष 2017 - 2018 मे कला संकाय के अन्तर्गत स्नातक स्तर पर हिंदी साहित्य में 408, एम. ए. हिंदी - प्रथम सेमेस्टर 17 एवं एम. ए. हिंदी- तृतीय सेमेस्टर में 24 विद्यार्थी अध्ययनरत है। हिंदी विभाग मे एक नियमित सहायक प्राध्यापक पदस्थ है। जनभागीदारी समिति द्वारा 03 शिक्षकों की व्यवस्था की जाती है ।
हिंदी विभाग द्वारा दिनांक 14.09.2018 को हिंदी दिवस के उपलक्ष्य मे संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्राध्यापको एवं छात्र - छात्राओ द्वारा हिंदी के महत्व एवं उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया। पं. दीनदायल उपाध्याय जयंती के उपलक्ष्य में एकात्म मानववाद विषय पर प्रश्नोत्तरी, निबंध एवं परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने भाग लिया तथा मानव एकात्मवाद के दर्शन को समझाने का प्रयास किया गया। स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर दिनांक 12.01.2018 को “राष्ट्र निर्माण मे स्वामी विवेकानंद का योगदान विषय" पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें महाविद्यालय के समस्त छात्र छात्राओ एंव प्राध्यापको का सारगर्भित उपस्थिति मे स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन एवं भारत वर्ष के प्रगति के विभिन्न सोंपनो की चर्चा की गई। स्नातकोतर कक्षाओ में सम्मिलित विषयों पर सेमीनार आयोजित कर छात्र छात्राओ के बौद्धिक उन्नयन एंव उत्तरोत्तर विकास की दिशा में अनेक प्रयास भी किये गये ।
विभागाध्यक्ष
डॉ. के. डी. देशलहरा
सहायक प्राध्यापक-हिंदी