राजनादगांव जिले से उत्तर-पूर्व दिशा की ओर 25 कि.मी. की दूरी पर बसे ग्राम-घुमका में सन् 1989 को महाविद्यालय की स्थापना की गई। शुरू में महाविद्यालय में केवल वाणिज्य तथा कला संकाय की कक्षाएं प्रारंभ की गई थी किन्तु कई वर्षों की मांग के पश्चात् सन् 2015 को विज्ञान संकाय की कक्षाएं भी प्रारंभ की गई। विगत वर्ष 2017-18 को विज्ञान संकाय की पहली समूह स्नातक पास करके निकली। जिसमें गणित संकाय का परिणाम काफी अच्छा रहा।
महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को गणित में कुशलता प्राप्त करने हेतु समय-समय पर विभिन्न संगोष्ठी आयोजित किये गये थे। महाविद्यालय में 15/10/2017 को अब्दुल कलाम जंयती के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें अब्दुल कलाम जी के विज्ञान के क्षेत्र में योगदान तथ उनके अविष्कार के बारे में जानकारी प्रदान की गई। महाविद्यालय में दिनांक 28/12/2017 को विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं के द्वारा विज्ञान के क्षेत्र से संबंधित विभिन्न प्रकार के मॉडल तैयार किये गये तथा प्रतियोगिता में विजेता की घोषणा करके वार्षिक उत्सव में प्रथम आने वाले छात्र, छात्राओं को सम्मानित किया गया।
महाविद्यालय में विज्ञान संकाय के छात्र/छात्राओं को दिनांक 06.01.2018 को शैक्षणिक भ्रमण किया गया। शैक्षणिक भ्रमण हेतु छात्र-छात्राओं को घटारानी जलप्रपात, जतमई जलप्रपात तथा जतमाई मंदिर ले जाया गया जहाँ विद्यार्थियों ने प्राकृतिक झरने का आनंद उठाते हुये साथ ही छत्तीसगढ़ की सुंदरता का दर्शन किया तथा प्रकृति से जुड़े अनेक जानकारी प्राप्त की।
महाविद्यालय का वार्षिक परीक्षा गणित विषय पर काफी अच्छा रहा। महाविद्यालय के इतिहास में पहली बार बी.एस-सी. भाग -1 पर मेरिट लिस्ट में गणित संकाय के छात्र आकाश देवांगन ने प्रथम स्थान हासिल किया। साथ ही बी.एस-सी. भाग-2 गणित संकाय की छात्रा क. पिया ठाकर ने विज्ञान संकाय में मेरिट लिस्ट में प्रथम स्थान प्राप्त किया। महाविद्यालय के विज्ञान संकाय के उत्तम परिणाम हेतु महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. आई. आर. सोनवानी जी के द्वारा समय-समय में विशेष मार्गदर्शन किये गये थे। मै भविष्य में भी महाविद्यालय के विकास तथा अच्छे परिणामों हेतु कामना करता हूँ तथा गत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी महाविद्यालय के विकास हेतु लगातार कार्य करता रहूँगा।
शैलेन्द्र देवांगन
अतिथि व्याख्याता - गणित