घुमका:- षासकीय रानी अवंतीबाई लोधी महाविद्यालय, घुमका, जिला - राजनांदगाँव (छ.ग.) में पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मषताब्दी समारोह के अवसर पर दिनांक 22.09.2017 को ‘‘राश्ट्रीय एकता एवं हमारा दायित्व विशय पर निबंध प्रतियोगिता आयोतिज की गई। जिसमें हेमंत सिंह राजपूत बी.ए.भाग-दो ने प्रथम एवं खुलेष्वर कुमार बी.ए. भाग-दो, ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। दिनांक 23.09.2017 को ‘‘क्या राश्ट्र विकास में पं. दीनदयाल उपाध्याय का योगदान प्रासंगिक है ?‘‘ इस विशय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें उर्वषी साहू, बी.काॅम.भाग-1, खोमेष्वर, बी.काॅम.भाग-1, रितु साहू, बी.काॅम.भाग-1, खिलेष्वर कुमार बी.ए.भाग-1, ने भाग लिया तथा पक्ष एवं विपक्ष पर तर्कसम्मत विचार प्रस्तुत किये। दिनांक 25.04.2017 को पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती संगोश्ठी का आयोजन हुआ। इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ. आई. आर. सोनवानी ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय एक सच्चे देषभक्त एवं विचारक थे। उन्होने एकात्मक मानवता के माध्यम से राश्ट्र के सम्पूर्ण मानव को एक सूत्र में बांधने का महत्वपूर्ण कार्य किया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित श्री नोमेष वर्मा विधयाक प्रतिनिधि, श्री परदेषी राम सोनबोइर, श्री राजकुमार जंघेल, श्री सूर्यकांत मण्डावी ने भी पं. उपाध्याय के कर्मषील एवं संघर्शपूर्ण जीवन से प्ररेणा लेने का आवाह्न किया। कार्यक्रम में श्री रूपेष देवांगन क्षेत्रीय प्रबंधक कौषल विकास योजना ने, कौषल विकास के विभिन्न पक्षों से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। उन्होनें महाविद्यालय में कौषल केन्द्र संचालित करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र राकेष वर्मा, बी.एस.सी. भाग-1 एवं खिलेष कुमार, बी.ए.भाग-1 ने भी अपने प्रस्तुत विचारों में श्री उपाध्याय जीवन के महात्वपूर्ण घटनाओं की चर्चा की। इस अवसर पर अंचल के समाज सेवी व दानदाता श्री ष्याम सुन्दर मरकाम, भूतपूर्व प्राचार्य षास. उच्च. माध्या. षाला सलौनी, को श्रीफल, षाॅल भेंटकर प्राचार्य डाॅ. सोनवानी ने सम्मान किया। कार्यक्रम में डाॅ. बी. के. देवांगन., प्रो. एन. एस. कामड़ी, डाॅ. सत्यदेव त्रिपाठी, श्री रोहन प्रसाद, श्रीमती प्रीति खुरसैल, श्री रविप्रकाष, श्री पी. आर. साहू, श्री षैलेन्द्र देवांगन, कु. बरखा देवांगन, श्री रंजीत निर्मलकर, श्री विनोद कुमार वर्मा, श्री जयप्रकाष वर्मा सहित समस्त स्टाॅफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन कु. निषा राजपूत ने किया तथा आभार प्रदर्षन डाॅ. के. डी. देषलहरा कार्यक्रम आयोजक प्रभारी ने किया।