घुमका:- विगत दिवस शासकीय रानी अवंतीबाई लोधी महाविद्यालय, घुमका, जिला - राजनांदगाँव (छ.ग.) में शिक्षक दिवस का आयोजन हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा महाविद्यालय षिक्षकों का सम्मान किया गया, सर्व प्रथम विद्यार्थियों द्वारा षिक्षकों को श्रीफल एवं पुश्पगुच्छ भेंट कर अभिनन्दन एवं सम्मान किया गया। प्राचार्य डाॅ. आई. आर. सोनवानी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि सम्पूर्ण भव सागर में गुरू का स्थान सर्वोपरि है। भारतीय संस्कृति एवं परम्परा षास्त्रो के अनुसार देवताओं में भी श्रेश्ठ गुरू होता है। अतः गुरू की महत्ता अनंत है, उन्होनें छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि महाविद्यालय में विद्वान प्राध्यापक है जिनका सदुपयोग उच्च षिक्षा क्षेत्र में करके अपना स्थान ऊँचा बनायें। इस समारोह में कु. मनीशा एवं कु. यषोदा ने गुरूओं की महत्ता पर सारगर्भित प्रकाष डाला। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डाॅ. बी. के. देवांगन ने कहा कि गुरू के बिना किसी भी लक्ष्य तक पहुँच पाना संभव नहीं है। गुरू ही एक सच्चा पथ प्रदर्षक होता है। इस अवसर पर डाॅ. के. डी. देषहलरा ने कहा कि एक आदर्ष षिक्षक वह है जो छात्र को षिखर तक ले जायें इस आयोजन पर प्रो. रोहन प्रसाद, प्रो. एस. एन. कामड़ी तथा श्रीमती प्रीति खुरसैल ने भी गुरू षिश्य परम्परा की महत्ता पर महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी। कार्यक्रम में समस्त अतिथि व्याख्याता, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार प्रदर्षन महाविद्यालय के छात्र अनेष्वर कुमार लहरे ने किया ।