घुमका:- शासकीय रानी अवंतीबाई लोधी महाविद्यालय, घुमका, जिला - राजनांदगाँव (छ.ग.) में संविधान की प्रस्तावना पर विषेश चर्चा एवं मार्गदर्षन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिला न्यायलय राजनांदगांव के माननीय श्री प्रवीण मिश्रा प्रथम सत्र न्यायाधीष एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुए। सर्वप्रथम कार्यक्रम में भारतीय संविधान के निर्माता डाॅ. भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित किया गया तत्पष्चात् प्राचार्य डाॅ. आई. आर. सोनवानी द्वारा संविधान के उदेषिका का वाचन कराया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ. आई. आर. सोनवानी ने कहा कि भारतीय संविधान हमारी आत्मा है। संविधान है तो हम सभी का अस्तित्व है। बिना संविधान के समाजिक उत्थान की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। फलतः आप सभी को अपने अधिकारों एवं कत्र्तव्यों को भती भाॅति समझने की आवयकता है। उन्होंने आगे कहा कि आप सभी अपनी तरक्की करें लेकिन संवैधानिक प्रक्रिया को भी आत्मसात करें। मुख्य वक्ता श्री प्रवीण मिश्रा ने संविधान के उदेषिका में सम्मिलित शब्दों की व्याख्या करते हुए कहा कि संविधान की प्रस्तावना में ही मानव जीवन के मूल्यों का सार समाहित है । न्याय, समानता, सामाजिकता, प्रजातंत्र, मौलिक अधिकारों की महत्ता को अन्तर्मन से आत्मार्पित कर हम समाज में अपना मूल्य स्थापित कर सकते है। भारत वर्श के प्रत्येक नागरिक का यह दायित्व है कि वह राश्ट्र विकास के नैतिकता का पालन करें तथा समाज में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने का प्रयास करें तभी हम सच्चे भारतीय नागरिक का दर्जा प्राप्त कर सकते है। कार्यक्रम में डाॅ. बी. के. देवांगन, डाॅ. सत्यदेव त्रिपाठी, डाॅ. के.डी.देषलहरा, डाॅ. रोहन प्रसाद एवं अतिथि व्याख्याता सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित रहें।